हमारे संवाददाता
सूरत । श्री सुरेश बाफना के अनुसार वीविंग यूनिटों से जुड़े विवर स्वयं बड़े पैमाने पर चाइना से यार्न मंगा कर उपयोग में ले रहे हैं, कम तादाद में लूम चलाने वाले विवर समूह में यार्न का आयात कर रहे हैं। श्री सुरेश बाफना के अनुसार चीन से आयातित यार्न व घरेलू बाजार में उत्पादित यार्न किस्मों की क्वालिटी एक सी ही है जबकि भावों में तुलनात्मक दृष्टि से चीन उत्पादित यार्न सस्ता पड़ता है, श्री बाफना के अनुसार घरेलू स्तर पर निर्मित 50 स48 सेमी डल यार्न की किस्म स्थानीय बाजार में 120 रु प्रति किलो व 12 प्रतिशत जी एस टी तथा 2 रु प्रति किलो ट्रांसपोर्टेशन अतिरिक्त लगता है जबकि चाइना से आयातित यही क्वालिटी तमाम किराया आदि जोड़ कर 115 रु किलो में आसानी से जितनी चाहिए उतनी मात्रा में उपलब्ध है।