• गुरुवार, 21 नवंबर, 2024

प्याज के सीजन में मंदी : निर्यात पर प्रतिबंध से किसानों को नुकसान   

हमारे प्रतिनिधि

राजकोट। प्याज के बढ़ते सीजन में मंदी होने से किसान परेशान हो रहे है । हालांकि सरकार द्वारा प्याज का निर्यात खोले नहीं जाने से किसानों में भारी नाराजगी है। सौराष्ट्र और अन्य राज्यों में मानसून के साथ-साथ सर्दीयों के मौसम के प्याज की आवक भी शुरू हो गई है। हालांकि थोक में प्याज की कीमतें 5 से 12 रुपया प्रति किलो तक गिरी है । भारी मंदी होने के कारण किसानों का काफी नुकसान और घाटा हो रहा है। 

सौराष्ट्र के पांच महत्वपूर्ण यार्ड महुवा, तलाजा, भावनगर, गोंडल और राजकोट से प्रति दिन दो से सवा दो लाख बोरी व्यापार होता है। लोकल ग्राहकी सीमित है लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली, पंजाब में परिचालन सीमित है। राजस्थान और महाराष्ट्र से प्याज की आवक बढ़ रही है इसलिए कम कीमत पर सौदे हो रहे है। 

अब हर जगह से प्याज रहा है। खुदरा बाजार में प्रति किलो कीमत 10 से 25 रुपया तक पहुंच गई है अभी सरकार को ग्राहकों के बदले किसानों के हित पर विचार करना चाहिए, ऐसी मांग उठ रही है। 

सौराष्ट्र में प्याज का भाव यार्ड में 100-250 रुपया तक बोला जा रहा है। जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। सरकार निर्यात की दिशा में कोई प्रयत्न नहीं करेगी तो किसानों को मुआवजे की कोई उम्मीद नहीं रहेगी। इस साल लोकसभा चुनाव नजदीक आने कारण प्याज का मुद्दा अधिक बढ़ गया है।