आलोच्य सप्ताह मे सूत बाजारो मे कामकाज कम होने के साथ ही धागे का उठाव कम हो हो रहा है। मिलो को धागे का भाव तोडकर बेंचने को मजबूर होना पड रहा है। 45 दिन मे भुगतान की सीमा के चलते ही कपडा मंडियो से आर्डर ही आने बंद हो गये है। कपडे मे काम करने वाले उत्पादाक जरूर के हिसाब से ही तैयार मालो को बना रहे है। केद्र सरकार के इस नियम से कपडा उत्पादको व तैयार मालो की खरीद करने वाले खरीददरो पर भी इसका असर पडा है। नये नियमो की सख्ती के चलते ही बाजारो मे इन दिनो कारोबारी एकाउट मिलाकर के भुगतान करने मे लगे है।