सूरत। त्योहार शुरू होने से मीठाई और फरसाण के विक्रेताओं के यहां लोगों का आना-जाना बढ़ गया है। स्वाद रसिकों के खाने का आकर्षण बढ़ा है, साथ ही लोगों को अधिक खर्च करना पड़ेगा। इस वर्ष त्योहारों में लोगों को फरसाण और मीठाई के लिए 20 प्र.श. तक अधिक कीमत चुकानी होगी।
मीठाई पर 5 प्र.श. जीएसटी वसूल करने के निर्णय के बाद से मीठाई का भाव बढ़ा है। इसके बावजूद लोगों की खरीदी हमेशां की तरह होने की विक्रेताओं को उम्मीद है।
घर से मीठाई बनाने वाली पारूल चोक्सी का कहना है कि दशकों पहले सूरत में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाया था तब बहन-भाई के हाथ पर राखी बांधकर असली सूरती पेड़ा से बहन-भाई का मुंह मीठा कराया जाता था, लेकिन समय के साथ मीठाई में भी भारी फेरबदल हुआ है। इसके पहले त्योहारों में पेड़ा, काजू कतरी की मांग रहने से अब इसका स्थान बंगाली मीठाइयों ने ले लिया है। ड्रायफ्रूट सहित भाव में वृद्धि होने से मीठाई का