भारत लगातार अपने बाजारों को ज़्यादा से ज़्यादा खोलता जा रहा है। साथ ही, उसकी आयात नीति अब पहले से अधिक भरोसेमंद, कम टकराव वाली और पहल करने वाली बन रही है। दरअसल, इस नीति में बदलाव की शुरुआत पिछले साल ही हो चुकी थी। लेकिन इस साल के बजट और.......
भारत लगातार अपने बाजारों को ज़्यादा से ज़्यादा खोलता जा रहा है। साथ ही, उसकी आयात नीति अब पहले से अधिक भरोसेमंद, कम टकराव वाली और पहल करने वाली बन रही है। दरअसल, इस नीति में बदलाव की शुरुआत पिछले साल ही हो चुकी थी। लेकिन इस साल के बजट और.......