मुंबई। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने अब वैकल्पिक प्रतिफल का उपयोग करने वाले वाहनों पर भी ईवी की तरह पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने की मांग की है। इस प्रस्तावित कर से ईथेनॉल मिश्रित पेट्रोल का उपयोग करने वाले वाहन मालिकों की संख्या में वृद्धि होने की इस्मा की धारणा है। फिलहाल वैकल्पिक प्रतिफल का उपयोग करने वाले वाहन चालक अलग अलग रूप से पेट्रोल में ईथेनॉल का उपयोग पसंद करते हैं । वैसे तो भारत में पेट्रोल में 10 प्रतिशत ईथेनॉल उपयोग हासिल कर लिया है और 2025 तक 20 प्रतिशत का लक्ष्य रखा है।
फिलहाल वैकल्पिक प्रतिफल वाले वाहनों पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगती है जबकि ईवी पर 5 प्रतिशित जीएसटी लगती है। अब यदि ईवी कॉर्बन उर्त्सजन घटाने में उपयोगी होने के कारण इस पर जीएसटी कम हो तो वैकल्पिक प्रतिफल आनेवाले वाहन भी कार्बन उर्त्सजन घटाने का काम देते हैं इसलिए उस पर जीएसटी घटाना चाहिए ऐसा इस्मा का तर्क है।