जब किसी कंपनी के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू होती है, तो यह सामान्यत: इक्विटी शेयरधारकों के लिए बुरी खबर होती है। इस प्रक्रिया में बैंक तभी समझौता करते हैं, जब कंपनी की इक्विटी पूंजी लगभग पूरी तरह नष्ट हो चुकी हो। बेशक, बैंकों को भी कुछ नुकसान होता है, लेकिन वे तभी नुकसान स्वीकार….