`अच्छी' नौकरी की खोज
शीर्ष अर्थशास्त्री इस बात से एकमत हैं कि भारत में सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सार्वजनिक सेवाओं की मात्रा पहले से ही बहुत कम और अपर्याप्त है। ऐसी सेवाओं में प्राथमिक शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, पोषण और बुनियादी ढाँचा शामिल हैं। ये सेवाएँ कंगाल और ख़राब हैं क्योंकि शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में सत्ता का विकेंद्रीकरण पूरी तरह से अपर्याप्त है, प्रशासनिक दक्षता और कार्य कुशलता की....