• रविवार, 08 सितंबर, 2024

पीसी को छोड़कर, सभी कपड़े में नुकसान, नवरात्रि से आशा और उम्मीद

सितंबर माह के सितमगर और पर्यूषणपर्व, गणपति के बाद अब श्राद्ध पक्ष जारी है। टेक्सटाइल मार्केट के पावरलूम सेक्टर को सबसे बड़ी आशा और उम्मीदें दीपावली और दुर्गा पूजा की रहती है। पुराने और जानकार व्यापारी कहते  हैं  अब पुरानी परंपरा, तीज त्योहार जैसा प्रभाव कम हो गया है। दुर्गा पूजा की ग्राहकी भी वैसी नहीं रही। कपड़ा उत्पादन ज्यादा है। बुनकर, ट्रेडर्स और पका माल बनाने वालों के पास स्टाक बढ़ा है। ट्रेडर्स ऊंचा भाव के कपड़ा को स्टाक तथा बुनकर नहीं बेच पाने से आर्थिक तंगी बढ़ती जा रही है। अब अगर बाजार में तेजी आती है तो कपड़ा भी बिकेगा, पेमेन्ट भी आयेगा और भाव भी बढ़ेंगे। फिलहाल मालेगांव में पीसी को छोड़कर पापलीन, कैम्ब्रिक और रोटो की सभी क्वालिटी में घाटा है। पीसी अच्छा होने से बुनकर उसी तरफ बढ़ रहे  हैं । इसलिए उतना अच्छा पीसी भी नहीं रहा। हालांकि सूती धागा, रोटो और पीसी का यार्न घटा है। लेकिन कपड़ा ज्यादा घटने से नुकसान हो रहा है। मालेगांव में अधिक जानकारी के लिए हमारा ई-पेपर पढ़ें