जस्मिता सभरवाल ने मधपूड़ा पर पत्थर फेंका है। तेलंगाना कैडर की एक नीडर आईएएस अधिकार ने सवाल उठाया है कि आईएएस जैसी अखिल भारतीय सेवाओं में विकलांगों के लिए आरक्षण रखने की क्या जरूरत है?
24 वर्ष के सुदीर्घ अनुभव के आधार पर सभरवाल ने कहा कि आईएएस अधिकारी को खूब घूमना पड़ता है, घंटों तक निरंतर काम करना पड़ता है, लोगों के सुख-दु:ख और मांग को सुनना.....