हरित क्रांति अब हमें ऐसे रूप में चोट पहुंचा रही है, जिसकी उस समय के नीति-निर्माताओं ने कल्पना भी नहीं की थी। आज, जब हजारों किसान शंभु बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं, तब 1960 के दशक की अद्भुत उपलब्धि के नकारात्मक पहलू कई संकटों के रूप में उभर रहे -अनियमित बिजली आपूर्ति, पानी......