कपड़ों की मेकिंग हमेशा से ही श्रम-प्रधान रही है और आने वाले कई सालों तक ऐसा ही रहने की संभावना है, बावजूद इसके कि डिजिटलीकरण ने अब पहले दोहराए जाने वाले कई कामों को सरल बना दिया है और डिजाइन से लेकर खुदरा बिक्री तक पूरी आपूर्ति श्रृंखला को गति दी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कपड़े.....