कोरोनाकाल से वित्तीय सलाहकारों की बाढ़ आ गई है। टीवी चैनलों, वॉट्सऐप, टेलिग्राम, यूटय़ूब और अन्य सोशल मीडिया पर वे पर्सनल फाइनेंस, क्रिप्टो करंसी और शेयरों की खरीदी-बिक्री से लेकर रियल एस्टेट के निवेश तक के विषयों पर विधिवत सलाह-सुझाव युवा वर्ग के छोटे निवेशक सहजता से उनकी बातों में आ जाते हैं । शेयर बाजार को जुआखाना जैसा बनाने में ऐसे सलाहकारों का बड़ा योगदान है। अमेरिका में एस एंड पी 500 इंडेक्स के ऑप्शन ट्रेडिंग में 40 प्रतिशत कामकाज इसी दिन समाप्त हो जाने से जीरो-डे ऑप्शन्स में होता है और उसमें 30-40 प्रतिशत हिस्सा व्यक्तिगत निवेशकों को होता है। अपने यहां परंपरागत निवेश के शेयरों में खुदरा और दलालों के मार्फत कामकाज का औसत 2020-21 में 70 प्रतिशत से घटकर 63 प्रतिशत हुआ, लेकिन इंडेक्स ऑप्शन में बढ़कर 84 प्रतिशत हुआ। बीएसई पर इंडेक्स में साप्ताहिक वायदा चालू होने के बाद भी इंडेक्स ऑप्शन के कामकाज में उनका हिस्सा बढ़कर 5 प्रतिशत हो गया है।