रेडीमेड परिधान निर्माताओं के राजस्व में 8-10% वृद्धि की संभावना
हमारे संवाददाता
नई दिल्ली । घरेलू मांग बढने एवं निर्यात मांग में पुन: सुधार से भारतीय परिधान निर्माताओं के राजस्व में 8-10 प्रतिशत की वृद्वि होने की संभावना है।वहीं कपास की कम कीमतों और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों में कमी से घरेलू परिधान निर्माता प्रेरित है।वहीं चालू वित्त वर्ष में भारतीय रेडिमेड परिधान वॉल्यूम ग्रोथ 6-8 प्रतिशत रहेगी जो कि पिछले वित्त वर्ष में सिर्फ 3-5 प्रतिशत थी।जिसके बावजूद भारतीय परिधान निर्माताओं का राजस्व पिछले वित्त वर्ष के 14 प्रतिशत की तुलना में धीमी गति से बढेगा क्योंकि कच्चे माल की कीमतों में नरमी से प्राप्तियां अपेक्षाकृत धीमी है।
दरअसल क्रिसिल रेर्टिंग की रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष में कपास और मानव निर्मित फाइबर की कीमतों में क्रमश: 15-17 प्रतिशत और 8-10 प्रतिशत की गिरावट आने की उम्मीद है।ऐसे में चालू वित्त वष्र में राजस्व प्राप्तियों में वृद्वि सिर्फ 1-3 प्रतिशत रहेगी।वहीं पिछले साल यह 10 प्रतिशत थी।जिसके बावजूद भारतीय रेडीमेड परिधान निर्माता घरेलू खपत यानी कुल मांग का 75 प्रतिशत अधिक जानकारी के लिए हमारा ई-पेपर पढ़ें