• शनिवार, 27 अप्रैल, 2024

उचित सावधानी

रिजर्व बैंक साहस के बदले सावधानी को प्राथमिकता देते हुए पांचवी बार एक बहुमत से लगातार छठी बार रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर रखा है। इस वर्ष उपभोक्ता मुद्रास्फीति जिसका अनुमान 5.4 प्रतिशत यथावत है, जबकि वर्तमान (जनवरी-मार्च) तिमाही के लिए इसका अनुमान 5.2 प्रतिशत घटा दिया है। आगामी वर्ष़ों में मुदास्फीति घटकर 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान रिजर्व बैंक का है। यहां भी अनेक तिमाहियों का अनुमान थोड़ा अधिक आगे पीछे किया है। मुदास्फीति के काबू में आने के बावजूद रिजर्व बैंक ने धन की आपूर्ति में समर्थन का रुख बनाए रखा है।

रिजर्व बैंक को ब्याज दरों में कटौती करने की जल्दी नहीं है, पिछली दर वृद्धि का असर अर्थव्यवस्था में अभी पूरी तरह महसूस नहीं किया गया है। उपभोक्ता मुद्रास्फीति कम होती जा रही है लेकिन चार प्रतिशत का लक्ष्य अभी काफी दूर है। अनाज उत्पादन पर प्रतिबंध होने के कारण इसकी कीमते नहीं बढ़तीं। पश्चिम एशिया में हालात जल्द ही आसान होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे है। इजराइल ने हमास के संघर्ष विराम के प्रस्ताव को अस्विकार कर दिया है और पूर्ण जीत तक लड़ने का इरादा व्यक्त किया है। यह संघर्ष आसपास के देशों में फेल रहा है। राता समुद्र की अशांति के कारण चीजवस्तुओं की आपूर्ति महंगी और विलंबित बन गई है। अमेरिका में फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने ब्याज दर कटौती से पहले इंतजार करने की हिदायत दी है। दूसरी ओर विकास की गाड़ी पटरी पर गई है, इसलिए ब्याज दर कम करने का दबाव कम हो गया है।