• शुक्रवार, 18 अक्टूबर, 2024

कपड़ा-परिधान का निर्यात 8-10 प्र.श. बढ़ने की उम्मीद  

क्रिसमस व नव वर्ष हेतु भारतीय कपड़ा-परिधान में पश्चिम देशों की मांग बढ़ी

रमाकांत चौधरी 

नई दिल्ली । क्रिसमस व नव वर्ष को देखते हुए भारतीय कपड़ा और परिधान में पश्चिमी देशों की मांग बढ रखी है और आगामी दिनों में और बढोतरी होने की उम्मीद है।वहीं भारतीय कपड़ा और परिधान के निर्यात में गिरावट के बाद इस क्षेत्र में मांग वापस लौट रही है जिससे घरेलू बाजार में अतिरिक्त स्टॉक साफ हो रहा है जो कि भविष्य के निर्यात कारोबार के लिए उज्जवल संकेत है।

दरअसल भारत के भारत के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ( एमओएसपीआई) की तरफ से जारी की गई औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) से पता चलता है कि भारतीय कपड़ा और परिधान निर्यात लगतार तीसरे महीने बढ रहा है।ऐसे में पिछले साल की तुलना में सितम्बर में 3.7 प्रतिशत की बढोतरी हुई है।जिससे स्वभाविक है कि भारतीय कपड़ा और परिधान के निर्यात का रुझान आशावाद को बढावा दे रहा है।जिसे देखते हुए इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति के प्रमुख संजय जैन ने भारतीय कपड़ा और परिधान के निर्यात को लेकर मजबूत सुधार की भविष्यवाणी की है और उन्हें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय कपड़ा और परिधान का निर्यात 8-10 प्रतिशत बढने की संभावना है।वहीं केद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की तरफ से एक अच्छी खबर की पुष्टि करते हुए अप्रैल-अक्टूबर के बीच कपास,धागा,कपड़ा और हथकरघा उत्पादों के निर्यात में पिछली अगस्त-अक्टूर की तुलना में 5.7 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्वि दर्ज की है।यह कोरोना महामारी से पहले के स्तर से पिछड़ने के बाद यह एक सकारात्मक बदलाव है।हालांककि कोरोना पूर्व का अंतर बना हुआ है बहरहाल आशावाद कायम है।