आर्थिक निर्देशकों के हाल ही में घोषित हुए आकड़े प्रोत्साहक हø। चालू खाते का घाटा तथा बजट घाटा नियंत्रण में है और औद्योगिक उत्पादन की गाड़ी भी पटरी पर है। अप्रैल-जून में चालू खाते का घाटा मामूली बढ़कर राष्ट्रीय आय का
1.1 प्र.श.
(9.7 अरब डॉलर) रहा है। जो गत वर्ष 1 प्र.श.
(8.9 अरब डॉलर) रहा। क्रूड तेल और सोना तथा अन्य चीजों का आयात बढ़ने के सामने निर्यात मांग कमजोर होने से व्यापार घाटा गत वर्ष के
56.7 अरब डॉलर से उछलकर इस वर्ष 65
अरब डॉलर हो गया है। सेवाओं का निर्यात....