नई दिल्ली । चालू वित्त वर्ष 2023-2024 की पहली छमाही में भारत का ईंधन आयात बिल 22.8% गिरकर 82.3 बिलियन डॉलर हो गया, अधिकांश अवधि के दौरान कच्चे तेल की कम कीमतों और रूस द्वारा दी गई बड़ी छूट के कारण, जिसने आयात टोकरी में बड़ी हिस्सेदारी हासिल कर ली है।