हमारे संवाददाता
भटिंडा । कपास पर कीटों के हमले के प्रभाव में गिरावट के फील्ड इनपुट के बीच पंजाब के अर्द्व शुष्क जिलों में कपास की पहली कटाई शुरु हो गई है जिससे किसानों को काफी राहत मिली है।
दरअसल पंजाब के कृषि अधिकारी ने कहा कि विशेषज्ञों को इस बार कपास की प्रभावशाली पैदावार की उम्मीद है क्योंकि कपास के फूल बंपर है।वहीं 2022-23 के खरीफ सीजन में किसानों ने 2.48 लाख हेक्टेयर में कपास की बोआई की थी और कुल कपास का उत्पादन 7 लाख क्विंटल से कम हुआ था।हालांकि विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस सीजन में कपास की पैदावार 29 लाख क्विंटल पहुंच सकती है।वहीं पंजाब के कृषि आंकड़ों के तहत इस साल कपास 1.75 लाख हेक्टेयर में उगाया गया है जो कि पंजाब में अब तक का सबसे कम रकबा है।जिसके लिए 2021 और 2022 में गुलाबी बॉलवर्म और व्हाइट फ्लाई के घातक कीटों के हमलों का जिम्मेदार ठहराया गया और नुकसान की आशंका के कारण किसानों ने कपास की खेती से दूर रहने का विकल्प चुना।यद्यपि अधिक जानकारी के लिए हमारा ई-पेपर पढ़ें