• शनिवार, 27 अप्रैल, 2024

चना तेज और काबुली चना मजबूत  

दाल-दलहनों में राहत नहीं

हमारे संवाददाता

इंदौर । भारत के केई प्रदेशो में वर्षा ने तांडव मचाया हुआ है । इससे बोउनी प्रभावति हो गई है । कइं प्रदेशों में खेती भी प्रभावित हुई है । इससे दलहन-दालो में तेजी या उपरी भावो पर मजबूती बनी रही है । खेरची ममें ग्राहको को किसरी भी घटक की थोक नरमाई का लाभ कभी मिलता नही । खेरची ग्राहको की मुखाग्र शक्ति जबान से थोक भाव की तेजी तो हम ग्राहको पर तुरंत आरेपित हो जाती है मगर मंदी में गिरे कई भाव खेरची मे नही आते है । व्यापारी का एक ही जुमला है कि उपरी भावो की खरीदी है । हम कैसे नुक्सान उठाये ? बरसाती मौसम रहने से चने में मांग प्राय: कमजोर रहती थी मगर इस बार चने की मिलगत कठिन रहने और नेफेड की बिकवाली उंचे टेंडर की रहने से चने में तेजी का वातावरण बना बताया जा रहा है । हांलाकि चने की मांग मिलर्स की रहने और बेसन निर्माताओ की भी मांग सतत् रहने से चना की तेजी होना बताई जा रही है । गत् हप्ते मंगलवार को चना कांटा मांग से 5050 -5150 से उछलते हुए 5300 रू तेज हाना बताया जा रहा था । स्टाकिस्टों के पास चने के स्टॉक मे ंभारी कमी से नेफेड का चना उंचे में ही उन्हे खरीदना उनकी मजबूरी से चना में मंदी का आसार कम ही है बताया जा रहा है । काबली चना की होटलो की मांग और उपभोक्ता मांग सतत् रहने से इसमे मंदी की धारणा नही है ।