मुंबई। डॉक्टरों द्वारा मरीजों को बाहर से खरीदकर लेने की दवा के ब्रांडेड नाम के साथ जेनरिक दवा का नाम भी लिखना नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) को अनिवार्य बनाए जाने से फार्मा-उद्योग में खलबली मची है।
अग्रणी लॉबी ग्रुप के वरिष्ठ एक्जीक्युटिव ने बताया कि नए नियमों की जांच की जा रही है। `डॉक्टर यदि मात्र जेनरिक दवा का नाम लिखेंगे तो गुणवत्ता के बारे में समस्या उत्पन्न होने की संभावना है। ब्रांडेड दवा में इस बारे में गुणवत्ता का भरोसा मिलता है जो मरीजों को सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।'