• शुक्रवार, 03 मई, 2024

एक महीने में भुजिया चावल का निर्यात 83 प्रतिशत घटा  

नई दिल्ली। केद्र सरकार भुजिया चावल पर 20 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया है और बासमती चावल के लिए प्रति 1200 टन डॉलर का लघुतम निर्यात भाव निश्चित किया है। इस कारण एक महीने में भुजिया चावल का निर्यात लगभग 83 प्रतिशत और बासमती चावल का निर्यात लगभग 30 प्रतिशत जितना घट गया था। 25 अगस्त से 20 सितंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात घटकर लगभग 2,41,083 टन हुआ था, जो 2022 के समानवधि में 3,42,605 टन था। ऐसा अनेक व्यापारी संस्थाओं और निर्यातकारों द्वारा प्राप्त जानकारी में बताया गया है। 

भुजिया चावल के 20 प्रतिशत निर्यात पर शुल्क के कारण इस समयावधि में इसका निर्यात घटकर 2,04,190 टन थी। जो 2022 के इस समयावधि में 11.6 लाख टन थी। केद्र सरकार ने 25 अगस्त से भुजिया चावल पर शुल्क लगया था और जिसका असर तो बासमती चावल के लघुतम निर्यात कीमत की घोषणा की गई थी।