• सोमवार, 29 अप्रैल, 2024

राम मंदिर की ही नहीं, हिन्दू राष्ट्र की प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या में भारत वर्ष का हजारों वर्ष का इतिहास करवट बदल रहा है। जो सहत्राब्द की शुरुआत महमूद गजनी के हाथ हिन्दू मंदिरों के विध्वंस से शुरू हुई थी इसका अंत राम जन्मभूमि के आंदोलन से आया और नई .. 2000 से शुरू सहत्राब्द का प्रारंभ अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से होता है। यह ऐतिहासिक परिवर्तन का संकेत है। प्राणप्रतिष्ठा राम मंदिर की होगी, लेकिन बुनियाद हिन्दू राष्ट्र की रखी जाएगी।