• रविवार, 28 अप्रैल, 2024

सीसीआई द्वारा उपज अनुमान में संशोधन के बाद कपास में सुधार  

हमारे संवाददाता 

नई दिल्ली । कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) द्वारा चालू कपास सीजन 2023-24 में कपास उपज के संशोधन अनुमान से प्रेरित होकर कपास की कीमतें 0.07 प्रतिशत की मामूली सुधरी है।वहीं इस संशोधन में हरियाणा में पिंक बॉलवर्म सक्रमण और किसानों द्वारा कपास के पौधों को उखाड़ने के चलते नुकसान का हवाला देते हुए कपास के कम उत्पादन पर चिंता व्यक्त की गई है।वहीं उपर्याप्त वर्षा के कारण उत्तरी महाराष्ट्र में कपास उत्पादन में 25 प्रतिशत की उल्लेखनीय गिरावट का अनुमान है।

दरअसल अमेरिकी कृषि विभाग की तरफ से नवम्बर विश्व कृषि आपूर्ति और मांग अनुमान रिपोर्ट में कपास बाजार की गतिशीतमा को बढा दिया है जो कि 2023-24 में कपास उच्च प्रत्याशित अमेरिकी उत्पादन और वैश्विक अंतिम स्टॉक में वृद्वि का संकेत देता है।वहीं अमेरिकी कपास बैलेंस शीट में थोड़ी कम खपत लेकिन अधिक उत्पादन और अंतिम स्टॉक दिखाया गया।जिसे कपास बाजार की धारणा प्रभावित हुई।वहीं 2022-23 सीजन के लिए कपास फसल उत्पादन के सीसीआई के अंतिम अनुमान ने इसे 31.8 मिलियन गांठ से थोड़ा अधिक आंका है जो कि इसके अनुमानों से समायोजन को दर्शाता है।हालांकि यह केद्र सरकार के सीजन के लिए 34.3 मिलियन गांठ के तीसरे अग्रिम अनुमान और 2021-22 सीजन के उद्योग उत्पादन अनुमान 29.9 मिलियन गांठ के विपरीत है।वहीं उत्तरी महाराष्ट्र में जहां सामान्य वार्षिक कपास उत्पादन लगभग 20 लाख टन है और अपर्याप्त वर्षा के कारण 25 प्रतिशत गिरावट का अनुमान है।यह क्षेत्रीय कारक कपास के लिए आपूर्ति दृष्टिकोण के बारे में व्यापक चिंताओं में योगदान देता है।वहीं तकनीकी रुप से बाजार शार्ट कवरिंग के अंतर्गत है और ओपन इंटरेस्ट 152 पर अपरिवर्तित है और कीमतों में 40 रुपए की मामूली वृद्वि देखी गई है।वहीं कपास में 57,020 रुपए प्रति कैंडी पर समर्थन मिलता है और इसके नीचे का उल्लंघन संभावित रुप से 56,810 रुपए प्रति कडी के परीक्षण के कारण बन सकता है।वहीं कपास प्रतिरोध 57,460 रुपए प्रति कडी होने की संभावना है और ऊपर जाने की कीमतें 57,690 रुपए प्रति कडी तक बढ सकती है।