यार्न पर भारतीय मानक ब्यूरो का गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लागू कर दिया गया है। फिर पिछले कुछ समय से विदेश से यार्न आने से बंध स्थानीय धागे की कीमत 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गयी है. इसको लेकर बैठक में चैंबर के नेतृत्व में कपड़ा उद्योग से जुड़े एसोसिएशन द्वारा भविष्य में विदेशी धागे को अनुमति देने के लिए प्रेजेंटेशन देने का निर्णय लिया गया है ।
सूरत चैंबर ऑफ कॉमर्स के में हुई बैठक में फियास्वी के भरत गांधी, फोगवा के अशोक जीरावाला, पांडेसरा वीविंग एसोसिएशन के आशीष गुजराती, कीम-पिपोदरा वीविंग के किरण ठुमर, बुनकर अग्रणी सुरेश पटेल सहित पदाधिकारियों की बैठक हुई। मौजूदा दौर में सूत की कीमत में बढ़ोतरी के कारण कपड़ा काफी महंगा तैयार हो रहा है. साथ ही बीआईएस की वजह से विदेशों से अच्छी क्वालिटी का यार्न आना बंद हो गया है । ऐसे में पिछले कुछ समय से यार्न की कीमत 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गई है. सभी पदाधिकारियों ने चैंबर के नेतृत्व में केंद्र सरकार के समक्ष अपनी बात रखने का निर्णय लिया है ।